हनुमान बेनीवाल के जीवन संघर्ष जल्द ही किताब के रूप में होगा आपके सामने
हनुमान बेनीवाल का छात्र राजनीति से लेकर दिल्ली लोकसभा तक का सफर अनेकों आंदोलन को अपने मे समेटे हुए हैं। बेनीवाल ने छात्र राजनीति में रहते हुए नौजवान छात्रों के हितों के लिए सरकार से लड़ाई लड़ी थी। राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष से लेकर विधायक बनने तक का सफर बेनीवाल का बहुत ही संघर्षशील रहा। इस दौरान बेनीवाल को झुकाने के लिए कई राजनीतिक षड्यंत्र रचे गए, लेकिन संघर्षशील व्यक्तित्व के मालिक बेनीवाल झुके नहीं। बेनीवाल के जीवन संघर्ष को इस पुस्तक के माध्यम से लोगों के सामने रखा जाएगा। हनुमान बेनीवाल ने खींवसर के विधायक रहते हुए हुए 10 वर्ष तक निरंतर कांग्रेस व भाजपा के खिलाफ राजस्थान में संघर्ष किया। किसानों व नौजवानों के अधिकारों के लिए कई आंदोलन किए। पिछले दो वर्षों में उनके द्वारा आयोजित किसान हुंकार रैलियाँ काफी चर्चा में रही। इसके बाद बेनीवाल ने प्रदेश की जनता की मांग पर नई पार्टी का गठन किया, बेनीवाल की पार्टी आरएलपी को अब प्रदेश में क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है। आरएलपी वर्तमान में एनडीए का घटक दल है। बेनीवाल की इस पूरी जीवन गाथा को महिपाल महेला अपनी पुस्तक ‘बरणगांव टू दिल्ली में अपने शब्दों में पिरोकर प्रस्तुत करेंगे। आपको बता दें कि एक सामान्य गांव से निकला लड़का आज देश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में शामिल हैं। राजनीति में रूचि रखने वाले युवाओं के लिए बेनीवाल का यह व्यक्तित्व प्रेरणा का स्रोत हैं। catalunyafarm.com/